
📰 UP बोर्ड 2025–26 पाठ्यक्रम अपडेट: नई सोच, नया रास्ता
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने 2025–26 के शैक्षणिक सत्र से कक्षा 9 और 10 के लिए अपने पाठ्यक्रम और परीक्षा संरचना में बड़े बदलावों की घोषणा की है। ये बदलाव केवल तकनीकी नहीं हैं, बल्कि ये भारत की शिक्षा प्रणाली में एक गहरी मानसिकता बदलाव को दर्शाते हैं — एक ऐसा बदलाव, जो छात्रों को रटने की बजाय सोचने, समझने और व्यवहार में लागू करने के लिए तैयार करता है।
🔄 बदलाव क्यों ज़रूरी थे?
पिछले कई वर्षों से शिक्षा विशेषज्ञ, शिक्षक और अभिभावक यह महसूस कर रहे थे कि हमारी पारंपरिक पाठ्यक्रम प्रणाली छात्रों को सिर्फ बोर्ड परीक्षा पास करने के लिए तैयार करती है, न कि जीवन की चुनौतियों से जूझने के लिए। NEP 2020 (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) के आने के बाद यह और स्पष्ट हो गया कि भारत की शिक्षा प्रणाली को अधिगम से अधिक "जीवनोपयोगी" बनाना होगा।
यही कारण है कि UP बोर्ड ने अपने पाठ्यक्रम ढांचे को 21वीं सदी के कौशल, डिजिटल दुनिया की ज़रूरतों, और विद्यार्थियों की बहुआयामी विकास की आवश्यकता के अनुसार ढालना शुरू किया है।
🎯 1. कक्षा 9 और 10 के लिए विषयों में बड़ा बदलाव
अब तक, छात्र केवल 6 विषयों की परीक्षा देते थे। लेकिन 2025–26 सत्र से उन्हें 10 विषयों की परीक्षा देनी होगी। इसका उद्देश्य है कि विद्यार्थी अधिक व्यापक और संतुलित ज्ञान प्राप्त करें।
इसके साथ ही, तीन-भाषा फार्मूला लागू किया गया है:
- हिंदी को अनिवार्य भाषा के रूप में पढ़ाया जाएगा।
- अन्य दो भाषाएं छात्र अपनी पसंद से चुन सकते हैं, जैसे संस्कृत, उर्दू, पंजाबी, बंगाली, मराठी या अंग्रेज़ी।
अनिवार्य विषय:
- विज्ञान
- गणित
- सामाजिक विज्ञान
वैकल्पिक विषयों में:
- Home Science, Anthropology, NCC, Computer Science, Environmental Studies, Agriculture, Painting, Music Singing, Music Instrument आदि जैसे विषय शामिल हैं। इससे छात्रों को रुचि के अनुसार सीखने का अवसर मिलेगा और एकल विकल्पों की बाध्यता खत्म होगी।
📘 2. पाठ्यक्रम का NEP 2020 के अनुसार पुनर्गठन
नई शिक्षा नीति कहती है कि शिक्षा सिर्फ जानकारी देने का नहीं, बल्कि सोचने, खोजने और समझने का माध्यम होनी चाहिए। इसी सोच के आधार पर, UP बोर्ड ने पाठ्यक्रम को कौशल आधारित और अनुभवजन्य बनाया है।
- अब सिलेबस में Project-Based Learning, Case Studies, Simulation Activities और Practical Modules को जोड़ा गया है।
- उन विषयों और टॉपिक्स को हटाया गया है जो दोहराव वाले थे या जिनका व्यावहारिक महत्व नहीं था।
- परीक्षा प्रणाली में भी बदलाव किया गया है, जैसे अब पेपर में Application-Based और Objective Questions की संख्या बढ़ा दी जाएगी।
इससे छात्रों की गहराई से सोचने की क्षमता, विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और निर्णय लेने की योग्यता विकसित होगी।
🧪 3. गणित और विज्ञान में ‘हैंड्स‑ऑन’ शिक्षा
UP बोर्ड ने कक्षा 9 और 10 के लिए विज्ञान और गणित की पढ़ाई में हैंड्स-ऑन मॉडल लागू किया है। इसका मतलब है कि छात्र केवल सिद्धांत पढ़कर नहीं, बल्कि प्रयोग करके सीखेंगे।
गणित में:
- Algebra, Geometry, Statistics जैसे टॉपिक को छोटे-छोटे प्रयोगों और group activities के ज़रिए सिखाया जाएगा।
विज्ञान में:
- Matter, Atoms, Cells, Energy, Sound, Electricity, Reproduction आदि चैप्टर्स को प्रयोगों और मॉडल्स के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।
इन विषयों के लिए तैयार किए गए मॉड्यूल्स SISE (State Institute of Science Education) द्वारा बनाए गए हैं। शिक्षक इन मॉड्यूल्स के आधार पर कक्षा में शिक्षण करेंगे और जुलाई 2025 में विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे इन नई पद्धतियों को सहजता से अपना सकें।
🏫 4. प्राथमिक कक्षाओं में NCERT पाठ्यक्रम का स्थानीय रूप
UP सरकार ने कक्षा 3 और 4 के लिए NCERT पाठ्यक्रम को राज्य की आवश्यकताओं के अनुसार स्थानीय रूप में अनुकूलित किया है।
- कक्षा 3 में 2025–26 से लागू किया गया है।
- कक्षा 4 में 2026–27 से यह बदलाव लागू होगा।
इसका उद्देश्य है कि छोटे बच्चों को प्रारंभ से ही गुणवत्तापूर्ण और स्थानीय संदर्भों से जुड़े शिक्षा मिल सके। इसमें SCERT द्वारा प्रमाणित किताबों का उपयोग किया जाएगा जिनमें सामाजिक विज्ञान के लिए "हमारा अद्भुत संसार" जैसे विषय शामिल होंगे।
🛠️ 5. व्यावसायिक शिक्षा (Vocational Education) का नया प्रारूप
अब स्कूल स्तर पर ही छात्रों को नौकरी के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए व्यावसायिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
- High School के लिए 31 और Intermediate के लिए 44 विषय तय किए गए हैं।
- इनमें शामिल हैं: हेल्थकेयर, बैंकिंग, टूरिज़्म, सिक्योरिटी, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल, ऑटोमोबाइल आदि।
- छात्रों को इन क्षेत्रों में इंटर्नशिप और फील्ड वर्क भी करना होगा, जिससे वे रोज़गार के लिए व्यावहारिक रूप से तैयार हो सकें।
📘 6. पाठ्यपुस्तकों की सुरक्षा व्यवस्था
- UV सीरियल कोड
- माइक्रो-प्रिंट टेक्स्ट जो केवल लेंस से दिखेगा
- जानबूझकर किए गए टाइपो जिनसे नकली किताबें तुरंत पहचानी जा सकें
- हर पुस्तक पर district और year encoded होगा
इससे असली और नकली किताबों में अंतर करना आसान होगा, और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण अध्ययन सामग्री उपलब्ध होगी।
🤝 7. UPRTOU के साथ करियर ओरिएंटेड कोर्सेस
UP बोर्ड ने UP Rajarshi Tandon Open University के साथ साझेदारी की है, ताकि 12वीं के बाद छात्र शॉर्ट-टर्म डिप्लोमा और रोजगार उन्मुख कोर्स कर सकें।
- ये कोर्स regional centres पर ऑफर किए जाएंगे।
- छात्रों को SMS और ईमेल के ज़रिए जानकारी भेजी जाएगी।
यह पहल उन छात्रों के लिए बेहद उपयोगी होगी जो तुरंत नौकरी की तैयारी करना चाहते हैं।
📅 कार्यान्वयन टाइमलाइन
चरण | समय सीमा |
---|---|
सुझाव आमंत्रण | जून 2024 |
पाठ्यक्रम तैयार | दिसंबर 2024 – मार्च 2025 |
नई किताबें वितरित | अप्रैल 2025 |
शिक्षक प्रशिक्षण | जुलाई 2025 |
Class 3 में NCERT लागू | 2025–26 सत्र से |
Class 4 में विस्तार | 2026–27 सत्र से |
🚧 चुनौतियाँ
- ग्रामीण इलाकों में तकनीकी संसाधनों की कमी
- प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी
- समय पर किताबों की आपूर्ति
- फील्ड बेस्ड शिक्षा को लागू करने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर
✅ निष्कर्ष
UP बोर्ड द्वारा घोषित यह नया पाठ्यक्रम केवल एक नीतिगत परिवर्तन नहीं है — यह एक शिक्षा दृष्टिकोण में क्रांतिकारी बदलाव है। यह अब छात्रों को केवल परीक्षा पास कराने का नहीं, बल्कि उन्हें समझदार नागरिक और आत्मनिर्भर व्यावसायिक बनाने का माध्यम बन चुका है।
भविष्य में हम ऐसे छात्रों को देखेंगे जो:
- तीन भाषाओं में दक्ष होंगे,
- टेक्नोलॉजी से परिचित होंगे,
- व्यवहारिक समझ रखेंगे,
- और सामाजिक रूप से जिम्मेदार होंगे।
यही असली शिक्षा है — और यही UP बोर्ड 2025–26 का लक्ष्य है।

Mathematics
Mathematics is the study of numbers, patterns, and logical reasoning. It helps us solve problems, analyze data, and understand the structures that shape our world.

Mathematics
Mathematics is the study of numbers, patterns, and logical reasoning. It helps us solve problems, analyze data, and understand the structures that shape our world.